Mera Pani Meri Virasat मेरा पानी मेरी विरासत योजना: ऑनलाइन आवेदन - ONLINE SARKARI YOJNA

Post Top Ad

Sunday, June 20, 2021

Mera Pani Meri Virasat मेरा पानी मेरी विरासत योजना: ऑनलाइन आवेदन

मेरा जल मेरी विरासत योजना हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी ने शुरू की है|

मेराजल मेरी विरासत योजना

इस योजना के तहत पहले चरण में प्रदेश के 19 ब्लॉकों को 40 मीटर से अधिक भूजल की गहराई में शामिल किया गया है। 

इनमें से आठ ब्लॉकों में शुरू की गई है

सिवन 

गुहला

रतिया

फतेहाबाद

शाहाबाद

बाबैन

इस्माइलाबाद, 

पिपली


इन ब्लाक में धान के ऊंचे पौधे हैं। 

इसके अलावा यह हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत एक ऐसा क्षेत्र है जहां 50 हॉर्स पावर से अधिक क्षमता वाले ट्यूबवेल का उपयोग किया जा रहा है। 

प्रदेश के किसान धान की जगह मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास, सब्जी जैसे अन्य वैकल्पिक निर्णय ले सकते हैं। 

मुख्यमंत्री का कहना है कि जिन ब्लॉकों में 35 मीटर से नीचे पानी है, वहां पंचायती जमीन पर धान की खेती नहीं होने दी जाएगी

हरियाणा मेरा पानी मेरी धरोहर योजना का उद्देश्य है

इस साल हरियाणा में ऐसी जगह है जहां पानी की कमी के कारण धान की खेती नहीं की जा सकती और मुख्यमंत्री ने किसानों से अनुरोध किया है कि वे वहां धान की खेती न करें क्योंकि धान की खेती में काफी पानी लगता है|

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत 7,000 रुपये प्रति एकड़ के किसानों को वित्तीय सहायता के रूप में प्रदान किया जाएगा जो चालू सीजन में धान की जगह अन्य वैकल्पिक फसलों की बुवाई कर रहे हैं| 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में किसानों से जल संरक्षण को बढ़ावा देने का आग्रह किया है| इस योजना के माध्यम से किसानों को फसल विविधीकरण अपनाने के लिए प्रेरित किया गया है| 

मेरा पानी मेरी विरासत योजना की विशेषताएं

 हरियाणा के मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मेरी पानी मेरी विरासत योजना शुरू की है| 

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है ताकि उन्हें धान की खेती करने में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े| 

हरियाणा राज्य इस योजना को शुरू कर रहा है। 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि ब्लैक जोन में आने वाले क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को सरकार द्वारा प्रति एकड़ 7000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी| 

प्रदेश के किसान धान के अलावा मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास, सब्जियों आदि अन्य किस्मों की खेती कर सकते हैं| 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी बताया कि मेरी जल-मेरी धरोहर योजना को जल्द ही बढ़ावा दिया जाएगा। 

एक पोर्टल स्थापित किया जाएगा, जिस पर किसान अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवाज उठा सकेंगे| 

यदि हरियाणा राज्य के किसी अन्य ब्लॉक में रुचि रखने वाले किसान भी धान की खेती छोड़ना चाहते हैं तो वे भी इस योजना के तहत अनुदान के लिए आवेदन कर सकेंगे। 

इससे भावी पीढ़ियों के लिए पानी की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। 

 

मेरी विरासत योजना के अंतर्गत आने वाला मेरा जल क्षेत्र

🔆 रतिया

🔆 सीवन

🔆 गुहला

🔆 पीपली

🔆 शाहबाद

🔆 बाबैन

🔆 इस्माईलाबाद

🔆 सिरसा आदि है। 

 

मेरी विरासत योजना के तहत, मेरी जल प्रोत्साहन 

योजना के माध्यम से, यदि 50% या उससे अधिक खेती की भूमि को मक्का, कपास, बाजरा, दालें, सब्जियां आदि द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है। 

यह राशि प्राप्त करने में किसान को पिछले साल 50 प्रतिशत या 50 प्रतिशत से अधिक धान के क्षेत्र में विविधता लानी होगी। 

ऐसे में यदि किसान द्वारा फसल विविधिकरण के लिए खेत में सिंचाई मशीनें लगाई जाती हैं तो इस स्थिति में किसान को कुल लागत का केवल जीएसटी देना होगा। 

यदि फसल विविधिकरण के तहत किसान द्वारा फसल का बीमा कराया जाता है तो किसान के हिस्से का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा। 

मक्का की बुआई करने वाली मशीन पर 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा। 

मक्का को सुखाने के लिए बाजारों में मशीन लगाई जाएगी, ताकि किसानों को उचित मूल्य दिया जा सके। 

योजना के तहत किसान द्वारा उगाई गई फसल को सरकार एमएसपी पर खरीदेगी। 

उन सभी ब्लॉकों में जहां भूजल स्तर 35 मीटर गहरा या उससे ऊपर है और धान के अलावा कम पानी का उपयोग करने वाली फसलें पंचायती भूमि पर उगाई जाती हैं, ग्राम पंचायत को 7000 रुपये प्रति एकड़ का समय दिया जाएगा। 

फसल विविधिकरण के तहत धान की जगह फलदार पौधे और सब्जियों की खेती करने वाले सभी किसानों को 7000 रुपये प्रति एकड़ का वेतन दिया जाएगा। 

इसके अलावा उद्यान विभाग द्वारा चलाई जाने वाली अन्य योजनाओं के प्रावधानों के अनुसार भी उन्हें अनुदान दिया जाएगा।

 

मेरी जल मेरी धरोहर योजना प्रमुख तथ्य 

किसानों को उन स्थानों पर धान की खेती करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जहां पिछले वर्ष धान की खेती नहीं की गई थी । 

जिस ग्राम पंचायत में जलस्तर 35 मीटर गहरा है, वहां धान की खेती नहीं की जाएगी। 

जिन किसानों के ट्यूबवेल 50 हार्स पावर इलेक्ट्रिक मोटर्स से चल रहे हैं, उन्हें धान की खेती नहीं करने दी जाएगी। 

क्षेत्र में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम स्थापित करने पर 85 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। 

इस योजना की सफलता के लिए सरकार द्वारा व्यापक प्रचार-प्रचार किया जाएगा। 

इस योजना को लागू करने के लिए एक पोर्टल शुरू किया जाएगा। 

 

माई वाटर माय हेरिटेज स्कीम हरियाणा लाभ 

हरियाणा के किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं|| 

बुवाई आदि कृषि मशीनरी उपलब्ध कराने के साथ-साथ सूक्ष्म सिंचाई और ड्रिप सिंचाई के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाएगी। 

योजना के तहत मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास और सब्जियों की खेती की जाएगी| 

ये फसलें एमएसपी पर खरीदी जाएंगी। 

इस योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार से प्रोत्साहन पाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा|

 

मेरी विरासत योजना के मेरे पानी के दस्तावेज (पात्रता) 

🔰 आवेदक हरियाणा के स्थायी निवासी होना चाहिए। 

🔰 आधार कार्ड 

🔰 पहचान पत्र 

🔰 बैंक खाता पासबुक

🔰 कृषि भूमि कागजात 

🔰 मोबाइल नंबर 

🔰 पासपोर्ट साइज 

 

माय हेरिटेज प्लान में मेरा पानी कैसे लगाएं?

इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने की इच्छा रखने वाले राज्य के इच्छुक लाभार्थियों को निम्नलिखित विधि का पालन करना चाहिए| 

सबसे पहले आवेदक को योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा 

आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद होम पेज आपके सामने खुल जाएगा। 

इस होम पेज पर आपको नए रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 

ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद अगला पेज आपके सामने खुल जाएगा। 

इस पेज पर आपको अपना आधार नंबर भरना होगा और फिर अगले बटन पर क्लिक करना होगा। 

बटन पर क्लिक करने के बाद आपको किसान का ब्योरा भरना होगा और फिर कुल जमीन जोत और फसल का ब्योरा भरना होगा। 

सारी जानकारी भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा। इस तरह आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा।


बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए कैसे करें आवेदन 

सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। 

आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद होम पेज आपके सामने खुल जाएगा। 

इस होम पेज पर आपको बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का विकल्प दिखेगा आपको इस विकल्प पर क्लिक करना होगा। 

ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद अगला पेज आपके सामने खुल जाएगा। 

इस पेज पर आपको किसान रजिस्ट्रेशन फॉर्म दिखाई देगा। 

आपको इस फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी जैसे आधार नंबर, सामान्य विवरण, किसान विवरण, कुल भूमि जोत आदि भरना होगा। 

सारी जानकारी भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा। 

सबमिट बटन पर क्लिक करने के बाद आप रजिस्टर्ड हो जाएंगे। 

 

फसल विविधिकरण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 

सबसे पहले आपको माई वाटर माई हेरिटेज स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। 

अब आपके सामने होम पेज खुलेगा। 

होम पेज पर आपको क्रॉप डायवर्सिफिकेशन के लिए रजिस्टर करने के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 

अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा। 

इस पेज पर आपको अपना आधार नंबर डालना होगा।

अब आपको गेट ओटीपी ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

इसके बाद आपको ओटीपी बॉक्स में ओटीपी डालना होगा।

अब आपको सबमिट ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

इसके बाद आपको औपचारिक विवरण, कुल भूमि होल्डिंग विवरण और फसल विवरण दर्ज करना होगा। 

अब आपको सबमिट ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 

इस तरह आप फसल विविधिकरण के लिए पंजीकरण कर सकेंगे। 

 

रिचार्ज शाफ्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया 

सबसे पहले आपको माई वाटर माय हेरिटेज प्लान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। 

अब आपके सामने होम पेज खुलेगा। 

इसके बाद आपको रिचार्ज शाफ्ट के लिए अप्लाई करने के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 

अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा। 

इस पेज पर आपको रिचार्ज शाफ्ट, आधार नंबर, किसान का नाम, पिता का नाम, मोबाइल नंबर, जिला खंड, फसल का नाम, मुरादा नाम, किला नंबर, जिला, ब्लॉक, तहसील, गांव, फसल सूची, कैप्चा कोड आदि निर्माण का प्रकार दर्ज करना होगा। 

इसके बाद आपको सेव ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 

इस तरह आप रिचार्ज हॉबी के लिए अप्लाई कर सकेंगे। 

 

डिपार्टमेंटल लॉगइन प्रोसेस

 सबसे पहले आपको माय वाटर माय हेरिटेज स्कीम की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। 

अब आपके सामने होम पेज खुलेगा। 

इसके बाद आपको डिपार्टमेंटल एडमिशन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 

अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा।

 इस पेज पर आपको अपना यूजरनेम, पासवर्ड और कैप्चा कोड डालना होगा। 

अब आपको लॉगइन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 

इस तरह आप विभाग में लॉग इन कर सकेंगे। 

 

Helpline Number -1800-180-2117 

Agriculture and Farmers Welfare Department 

Krishi Bhawan, Sector 21, Panchkula 

E-mail: agriharyana2009[at]gmail[dot]com, psfcagrihry[at]gmail[dot]com 

Tel.: 0172-2571553, 2571544 

Fax: 0172-2563242 

Kisan Call Centre-18001801551

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad